hi_tn/sng/08/10.md

661 B

मैं शहरपनाह थी और मेरी छातियाँ उसके गुम्मट

“प्रेमिका की छातीयां मीनार मे समान लंबी है।”

तब मैं अपने प्रेमी की दृष्टि में शान्ति लानेवाले के समान थी।

“मै अपने प्रेमी के लिऐ आनंदित हूँ।”

प्रेमी की दृष्टि में

“उसकी आँखो में” यह प्रेमी को दर्शाता है।”