hi_tn/rut/02/15.md

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जब वह बीनने को उठी, तब बोअज ने अपने जवानों को आज्ञा दी

और जब रूत अनाज इकट्ठा करने के लिए उठी, तो बोअज़ ने निजी तौर पर अपने जवानों को बताया "

जब वह बीनने को उठी

जैसे वह खड़ी हुई

पूलों के बीच-बीच में भी

बोअज़ अपने कर्मचारियों को निर्देश देता है कि वह रूथ को अनाज के बंडलों के चारों ओर बीनने दें। जो लोग बीन रहे थे, उन्हें आमतौर पर कटे हुए अनाज के करीब काम करने से मना किया गया था।

कुछ-कुछ निकालकर गिरा भी दिया

इकट्ठा करने के लिए अनाज के डंठल पीछे छोड़ दिये "

उसे डाँटना मत।”

उसकी शर्म का कारण मत बनो "या" उसे बेइज्जत मत करो"