hi_tn/rut/02/10.md

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तब वह भूमि तक झुककर मुँह के बल गिरी,

ये सम्मान और श्रद्धा के कार्य हैं। उसने उसके लिए जो कुछ किया था, उसके लिए वह बोआज़ को आभार से सम्मान दिखा रही थी। यह विनम्रता का एक ढंग भी था।

क्या कारण है कि तूने मुझ परदेशिन पर अनुग्रह की

रूथ एक वास्तविक सवाल पूछ रही है।

परदेशिन

रूथ ने इस्राएल के परमेश्‍वर के प्रति अपनी निष्ठा निजी तौर पर रखी थी, लेकिन वह सार्वजनिक रूप से "मोआबी। " के रूप में जानी जाती थी।

मुझे विस्तार के साथ बताया गया है

"लोगों ने मुझे सूचना दी है"

ऐसे लोगों में आई है

बोअज़ रूत का ज़िक्र कर रहा है की वह एक गाँव, और समुदाय, एक देश, और धर्म जिसको वह नहीं जानती थी उसमें नाओमी के साथ रहने के लिए आई।

प्रतिफल दे

आपको लौटा दे

तेरी करनी का

यह विश्वास का कार्य है बेतलेहम में नाओमी के साथ रहना और नाओमी के परमेश्वर। पर भरोसा करना।

यहोवा तेरी करनी का फल दे

जितना तुमने दिया है उससे भी अधिक यहोवा तुम्हें वापस दे।

जिसके पंखों के तले तू शरण लेने आई है

"जिसकी सुरक्षित देखभाल में तुमने खुद को रखा है"