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पौलुस अन्यजाति विश्वासियों को इस प्रकार संबोधित कर रहा है कि वे मानों एक ही व्यक्ति हैं

वे भी यदि अविश्वासी न रहें

“यदि यहूदी मसीह में विश्वास कर लें”

तो साटे जाएंगे

“परमेश्वर उन्हें पुनः रोपित कर देगा”

साटे

यह एक प्रक्रिया है जिसमें एक वृक्ष की टहनी दूसरे वृक्ष में प्रत्यारोपित की जाती है कि वह उसमें उगने लगे।

यदि तू उस जैतून से जो स्वभाव से जंगली है, काटा गया और स्वभाव के विरूद्ध अच्छे जैतून में साटा गया तो वे जो स्वाभाविक डालियाँ हैं अपने ही जैतून में क्यों न सांटे जाएंगे।

पौलुस परमेश्वर के लोगों की तुलना वृक्ष की डालियों से कर रहा है वैकल्पिक अनुवाद कर्तृवाच्य क्रिया में, “यदि परमेश्वर तुम्हें उस जैतून के वृक्ष में से काट कर निकाल लिया जो स्वभाव से जंगली है और प्रकृति के विरूद्ध तुम्हें अच्छे जैतून के वृक्ष में प्रत्यरोपित कर दिया है तो वह इन यहूदियों को कितना अधिक अपने ही जैतून के वृक्ष में रोपित करेगा जो स्वभाव से उसकी अपनी टहनियाँ हैं।

वे... अपने

अर्थात यहूदी