hi_tn/rom/10/06.md

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परन्तु जो धार्मिकता विश्वास से है, वह यह कहती है

यहाँ “धार्मिकता के एक व्यक्ति की संज्ञा दी गई है कि वह बोलती है। वैकल्पिक अनुवाद, “परन्तु मूसा लिखता है कि विश्वास मनुष्य को कैसे परमेश्वर के समक्ष न्यायोचित ठहराता है”।

“तू अपने मन में यह न कहना”

“तू यह न सोचना”, मूसा जनसमूह को एक वचन में संबोधित कर रहा है।

स्वर्ग पर कौन चढ़ेगा?

मूसा ऐसा प्रश्न पूछ कर अपने श्रोतागण को कुछ सिखाना चाहता है। इसका पूर्वाक्त निर्देश, मन में यह न कहना, को नकारात्क उत्तर की आवश्यकता है, वैकल्पिक अनुवाद, “स्वर्ग जाने का प्रयास कोई न करे”।

अर्थात मसीह को उतार लाने के लिए

“कि वे मसीह को पृथ्वी पर ले आएं”

अधोलोक में कौन उतरेगा?

मूसा अपने श्रोतागण को सिखाने के लिए प्रश्न पूछता है। उसकी पूर्वोक्त उक्ति, “तू अपने मन में कहना” को नकारात्मक उत्तर की आवश्यकता है। वैकल्पिक अनुवाद, “जहाँ मृतकों की आत्माएं हैं वह किसी को उतरने की आवश्यकता नहीं है”

अर्थात्, मसीह को मरे हुओं में से जिलाकर ऊपर लाने के लिए

“कि वे मसीह को मृतकों में से ऊपर ले आएं”