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543 B

वह जो युगानुयुग जीवता है

"वह" का अभिप्राय परमेश्वर से है.

और जो कुछ उस पर है (3 बार)

इसका तात्पर्य सभी पौधों, जन्तुओं, और मनुष्यों से है जो हवा में, पानी में या पृथ्वी पर निवास करते हैं.

और देर न होगी

"होने वाला है"