hi_tn/psa/144/012.md

1.1 KiB

पौधों के समान बढ़े हुए हों

स्वस्थ और मजबूत

जवानी के समय

वो समय जब लोग बढ़े होते हैं

हमारी बेटियाँ उन कोनेवाले खम्भों के समान हों

हमारी बेटियाँ उन कोनेवाले खम्भों के समान हो जाएँ

कोनेवाले खम्भों

बहुत सुंदर खम्भे जो कोनो से इमारत को संभालते हैं

खम्भों के समान हों, जो महल के लिये बनाए जाएँ

खम्भे जिन पर नकाशी करके महल को सुंदर बनाया जाता है

हमारे मैदानों में हजारों हजार बच्चे जनें

हजारों हजार ताकि हमारे मैदान भर जाएँ