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830 B

चलूँ

रहूँ

संकट के बीच में

यहाँ संकट को एक स्थान के रूप में बताया है

तू मेरे क्रोधित शत्रुओं के विरुद्ध हाथ बढ़ाएगा

यहाँ ऐसे बताया है जैसे परमेश्‍वर शत्रुओं को हाथ से मारेगा

मेरे क्रोधित शत्रुओं

मेरे दुश्मन जो क्रोधित हैं

अपने हाथों के कार्यों

तूने रचा है

अपने हाथों के कार्यों को

यह इस्राएल देश के बारे में है