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मैं जी से

मैं

मैं जी से उसकी बाट जोहता हूँ,

मैं किसी वस्तू की इच्छा रखता हूँ

मैं जी से उसकी बाट जोहता हूँ, पहरूए जितना भोर को चाहते हैं

भजन लिखने वाला कहता है कि उसकी इच्छा उनसे भी अधिक है जो रात भर काम करके सुबह का इंतजार करते हैं

पहरूए

ये वो मनुष्य हैं जो रखवाली करते हुए रात भर जागते हैं