hi_tn/psa/119/071.md

325 B

तेरी दी हुई व्यवस्था

तेरे व्दारा बोली गई व्यवस्था

हजारों रुपयों और मुहरों से भी उत्तम है

बहुत ज्यादा पैसों से भी उत्तम है