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जो श्रापित हैं

जो सजा के लायक हैं

वे तेरी आज्ञाओं से भटके हुए हैं

जो तेरी आज्ञाओं को नहीं मानते

मेरी नामधराई और अपमान दूर कर

मुझे बचा

और अपमान

लज्जा और अज्ञानता