hi_tn/psa/109/028.md

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वे मुझे कोसते तो रहें

यहाँ पर वे वचन दाऊद पर दोष लगाने वालों के बारे में है

वे तो उठते ही लज्जित हों

वो लज्जित हों

परन्तु तेरा दास आनन्दित हो

दाऊद यहाँ अपने आप को दास कहता है

मेरे विरोधियों को अनादररूपी वस्त्र पहनाया जाए

यह दोनों बातें बताती हैं कि उसकी कितनी चाहत है कि वे लज्जित हों

अनादररूपी वस्त्र पहनाया जाए

बहुत से लज्जित हों

वे अपनी लज्जा को कम्बल के समान ओढ़ें

उनकी लज्जा उनके चारों ओर कम्बल केओढ़ने के समान हों