forked from WA-Catalog/hi_tn
1.0 KiB
1.0 KiB
और श्राप उस पर आ पड़ा
उसका श्राप उस पर ही आ पडे
वह श्राप देना वस्त्र के समान पहनता था
वह हमेशा लोगों को श्राप देता था
वस्त्र के समान पहनता था
जैसे यह उसके कपडे हों
और वह उसके पेट में जल के समान और उसकी हड्डियों में तेल के समान समा गया
उसके बोले हुए श्राप से वह आप पूरा श्रापित हो गया
जल के समान
जैसे कोई पानी को पीता है
हड्डियों में तेल के समान
जैसे मालिश करने पर जैतून का तेल शरीर में समा जाता है