मूर्ख अपनी कुचाल और अधर्म के कामों के कारण
उन्होंने मूर्खता करते हुए यहोवा के विरूध बगावत की
दुःखित होते हैं
वे बिमार होकर दुखी हुए
वे मृत्यु के फाटक तक पहुँचते हैं
वे लगभग मर ही गये
तब वे संकट में यहोवा की दुहाई देते हैं
तब उन्होंने अपने संकट में यहोवा से सहायता के लिए प्रार्थना की