hi_tn/psa/104/004.md

736 B

तू पवनों को अपने दूत बनाता है

वह अपने दूतों को हवा के जैसे तेज बनाता है

धधकती आग को अपने सेवक बनाता है

वह अपने सेवकों को धधकती आग के समान बनाता है

धधकती आग को अपने सेवक बनाता है

वह धधकती आग को अपने सेवक बनाता है

तूने पृथ्वी को उसकी नींव पर स्थिर किया है

उसने सारी पृथ्वी को बनाया है