hi_tn/psa/096/009.md

647 B

पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो

“यहोवा शोभायमान है क्‍योकि वह पवित्र है”

काँपते

“ड़र के मारे काँपना”

सारी पृथ्वी के लोगों

“धरती के सारे लोगो”

जगत ऐसा स्थिर है,

“उसने संसार को रचा है”

वह टलने का नहीं;

“कोई भी इसे हिला नही सकता”