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सामान्‍य जानकारी

“लेखक लगातार दुष्ट लोगो को सिखा रहा है”

जो जाति-जाति को ताड़ना देता, और मनुष्य को ज्ञान सिखाता है, क्या वह न सुधारेगा?

“तुम जानते हो कि परमेश्‍वर जातियो की ताड़ना करता है इसलिए निश्‍चिन्‍त हो जाओ वह अपने लोगो को सुधारेगा”

क्या वह न सुधारेगा

“परमेश्‍वर ताड़ता है”

वे मिथ्या हैं।

यहाँ पर मनुष्‍य के विचारों की तुलना भाफ से की गयी है जो कि हवा में गायब हो जाती है।

मिथ्या

“भाफ” या “ कोई और नाजुक सी चीज”