hi_tn/psa/088/013.md

520 B

मेरी प्रार्थना तुझ तक पहुँचेगी

यहाँ लेखक ऐसे कहता है जैसे उसकी प्रार्थना स्वयं परमेश्‍वर के पास जाती है

तू अपना मुख मुझसे क्यों छिपाता रहता है?

लेखक महसूस करता है कि परमेश्‍वर ने उसे त्याग दिया है