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सामान्य जानकारी

इब्रानी कविताओं में समानता सामान्य बात है

क्या ही प्रिय हैं

“कितना सुन्दर है“

मेरा प्राण यहोवा के आँगनों की अभिलाषा करते-करते

मैं यहोवा के आँगनों में होना चाहता हूँ

यहोवा के आँगनों

यहोवा का भवन

अभिलाषा करते-करते मूर्छित हो चला

मैं इतना चाहता हूँ कि थक गया हूँ

मेरा तन मन दोनों* जीविते परमेश्‍वर को पुकार रहे।

मैंने अपने पूरे व्यक्तित्व से पुकारा है

जीविते परमेश्‍वर

परमेश्‍वर जो जीवित हैं और उसमें जीवन देने की ताकत है