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पड़ोसियों के बीच हमारी नामधराई हुई; चारों ओर के रहनेवाले हम पर हँसते, और ठट्ठा करते हैं।

हम वो लोग बन गये हैं जिन्हे उनके पड़ोसी मजाक में उड़ाते हैं और आस पास के लोग ठट्ठा करते हैं।

हमारी

यहाँ ”हमारी” परमेश्‍वर के लोगों को दर्शाता है

ठट्ठा करते हैं

किसी को शर्मिन्दा करने के लिए हँसना

क्या तू सदा के लिए क्रोधित रहेगा?

ऐसा लगता है जैसे तू सदा के लिए क्रोधित रहेगा

सदा के लिए क्रोधित रहेगा?

“क्या तू क्रोध से जलन करेगा“

आग की सी जलन

हमारा नाश करने को