2 पद में शुरू हुआ वाक्य 3 में जारी रहता है
हम निच्छय अपनी आने वाली पीढ़ीयों को इसके बारे में बताएँगे
“जिन बातों के लिए हम यहोवा की स्तुति करते हैं”