hi_tn/psa/074/022.md

654 B

अपना मुकद्दमा आप ही लड़

सब को दिखा कि तू सही है

उसे स्मरण कर

उस पर ध्यान दे

अपने द्रोहियों का बड़ा बोल

अपने दुश्‍मनों के शब्द

तेरे विरोधियों का कोलाहल तो निरन्तर उठता रहता है।

अपने विरोधियों के ऊँचे और बेकार शब्दों को सुन

कोलाहल

विरोध करने वाले