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मुझसे दूर न रह

“मेरे नजदीक रह”

मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर

“मेरी सहाया जल्दी से कर”

जो मेरे प्राण के विरोधी हैं, वे लज्जित हो

“जो मेरे जीवन के विरोधी हैं वो शर्मिन्दा हों और नाश हो जाएँ”

वे लज्जित हो और उनका अन्त हो जाए

“उन्हे शर्मिन्दा कर और उनका नाश कर”

जो मेरे प्राण के विरोधी हैं

“जो मुझ पर गलती का दोष लगाते हैं”

जो मेरी हानि के अभिलाषी हैं, वे नामधराई \q और अनादर में गड़ जाएँ

“जो लोग मेरा नुकसान करना चाहते है उन्हे डाँट और निरादर दे”

वे नामधराई और अनादर में गड़ जाएँ

“हर कोई उनको डाँटे और कोई उनका आदर न करे“

जो मेरी हानि के अभिलाषी हैं

“जो मेरा नुकसान करने के तरीके ढूँढते हैं“