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तूने हमको जाल में फँसाया

लेखक परमेश्वर के दण्ड को ऐसे बताता है जैसे उसने लोगों को जाल में फसा लिया हो

जाल

किसी पक्षी या जानवर को पकड़ने का फंदा

हमारी कमर पर भारी बोझ बाँधा था

जिन चीजों को लोग सह रहे हैं लेखक उनको एक बोझ के रूप में बताता है।

ने घुड़चढ़ों को हमारे सिरों के ऊपर से चलाया

यह ऐसे है जैसे हमारे शत्रुओं ने हमें हरा कर हमारे ऊपर अपने रथ चड़ा दिए।

हम आग और जल से होकर गए

हम ने ऐसे दुख झेला जैसे कोई आग और बाड़ में से गुजरता है

उबार के सुख से भर दिया है

खुला स्थान जहाँ हम सुरक्षित हैं।