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हमारे परमेश्‍वर को धन्य कहो, और उसकी स्तुति में राग उठाओ

ये दोनों वाक्य परमेश्‍वर की प्रशंसा पर जोर देते हैं

हमारे

यह दाऊद और उन लोगों को दर्शाता है जिन से वो बात कर रहा था।

हमारे पाँव को टलने नहीं देता

उसने हमें विनाश में गिरने नहीं दिया