hi_tn/psa/063/007.md

544 B

मैं तेरे पंखों की छाया में जयजयकार करूँगा

मैं प्रसन्न हूँ क्योंकि तू मेरी रक्षा करता है।

मेरा मन तेरे पीछे-पीछे लगा चलता है

मुझे तेरी जरूरत है

मुझे तो तू अपने दाहिने हाथ से थाम रखता है

तुम मुझे थामे रखते हो