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तुम

“मेरे दुश्मन“

कब तक एक पुरुष पर धावा करते रहोगे…गिरते हुए बाड़े के समान

ऐसा लगता है कि मेरे शत्रु मुझ पर हमला करने से कभी नहीं रूकेंगे, मैं बहुत कमजोर महसूस करता हूँ

एक पुरुष पर धावा करते रहोगे

मुझ पर हमला करते हो

सचमुच वे उसको, उसके ऊँचे पद से गिराने की सम्मति करते हैं

वो योजना बनाते हैं

वे उसको…पद से गिराने…आशीर्वाद देते…मन में कोसते हैं

इन वचनों में दाऊद अपनी बात कर रहा है।

मुँह से

ये उनके बोले जाने वाले शब्दों के बारे में है।

मन में

उनके विचार