hi_tn/psa/058/006.md

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सामान्‍य जानकारी:

“लेखक यहाँ उन बातों की सूची बनाता है जो वो चाहता है कि परमेश्वर दुष्ट लोगों के साथ करे।

उनके मुँह में से दाँतों को तोड़ दे....उन जवान सिंहों की दाढ़ों को उखाड़ डाल!

“उनके कतल करने के बल को छीन ले, उनको ऐसे जवान सिंह के समान निर्बल कर दे जिनके दांत टूट कर गिर चुके हैं”

वे घुलकर बहते हुए पानी के समान हो जाएँ;

“उनको बहते पानी की तरह अलोप कर दे”

तीर मानो दो टुकड़े हो जाएँ।

“उनके तीर बिना नोक के हो जाऐं”

वे घोंघे के समान हो जाएँ जो घुलकर नाश हो जाता है,

“दुष्ट उस घोंघे के समान खत्म हो जाऐं जिसका वजूद पिघल कर खत्म हो जाता है”

घोंघे

“आलसी”

स्त्री के गिरे हुए गर्भ के समान हो जिस ने सूरज को देखा ही नहीं।

“एक बच्‍चे के समान जो मरा हुआ पैदा हुआ”