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परन्तु दुष्ट से परमेश्‍वर कहता है

“परंन्तू मैं दुष्टो से कहता हूँ”

दुष्ट से

“दुष्ट लोगों को”

तुझे मेरी विधियों का वर्णन करने से क्या काम?...मेरे वचनों को तुच्छ जानता है।

"इससे कोई मतलब नहीं है कि तूम मेरी वेदीयों और मेरी वाचा को घोषित करते हैं, क्योंकि तूम मेरे निर्देशों से घृणा करते और मेरी बातों को मानते नही हो।"

तू मेरी वाचा की चर्चा क्यों करता है

“मेरी वाचा के विषय में बात कर”

मेरे वचनों को तुच्छ जानता है।

"मैं जो कहता हूं उसे अस्वीकार करते हो"