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सामान्‍य जानकारी

इब्रानी कविता में समानांतरता आम है।

परमेश्‍वर हमारा शरणस्थान और बल है,

“परमेश्‍वर हमें सुरक्षा और बल प्रदान करता है”

इस कारण पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएँ;

“पहाड़ बुरी तरह से हिलाए जाऐंगे कि वह समुद्र की गहिराइयों में गिर जाऐंगे“

चाहे समुद्र गरजें और फेन उठाए,

“चाहे समूद्र गरजे और क्रोध में उठे”

पहाड़ उसकी बाढ़ से काँप उठे।

“पहाड़ पानी की उछाल से काँपेंगे”