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मेरे आँसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं;

“मेरे आँसू मेरे भोजन के समान है ओर मैं कुछ नहीं खाता”

दिन और रात

“सारा दिन और रात”

लोग दिन भर मुझसे कहते रहते हैं,

“उसके दुशमन उसे लगातार नही कहते; वह अकसर कहते रहते हैं”

तेरा परमेश्‍वर कहाँ है?

“यहाँ तेरी मदद के लिए तेरा परमेश्‍वर नहीं है”

स्मरण करके

“याद करना”

मेरा प्राण शोकित हो जाता है।

“मैने अपना दुख प्रकट किया”

भीड़

“लोगो की भीड़”

जयजयकार और धन्यवाद

“जै जै कार की प्रशंसा”