hi_tn/psa/036/005.md

536 B

आकाशमण्डल तक पहुँची है।

“आकाश जितना ऊँचा”

आकाशमण्डल तक।

“अत्‍यंत महान”

ऊँचे पर्वतों के समान है... अथाह सागर के समान हैं

"ऊँचे पहाडो़ के समान ऊँचे....गहरे समुद्र की तरह गहरे”

रक्षा करता है।

“तू बचाता है”