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सामान्‍य जानकारी

इब्रानी कविता में समानता सामान्य बात है।

अपराध उसके हृदय के भीतर कहता है

“अपराध एक झूठे नबी की तरह है जो बोलता है”

दुष्ट जन के हृदय के भीतर।

“दुष्ट जन की अंतर आतमा को”

दुष्ट जन

“दुष्ट लोग”

उसकी दृष्टि में

“दृष्टि“ यह शब्‍द दुष्ट आदमी को दर्शाता है। अत: “उसमें”

अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है।

“वह सोचना चाहता है”

वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है।

“परमेश्‍वर उसके पाप को ना प्रगट होने देगा और ना घृणित ठहरने देगा”