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चैन के समय

“जब मैं सुरक्षित महसूस करता हूँ”

मैं कभी नहीं टलने का

“कोई मुझे हरा नहीं सकता”

अपनी प्रसन्नता से

“जब तूँ मुझ पर दयालू था”

अपनी प्रसन्नता से तूने मेरे पहाड़ को दृढ़

“तूने मुझे ऊँचे पहाड़ के समान मजबूत बना दिया है”

जब तूने अपना मुख फेर लिया

“जब तूने मुझे मना कर दिया”

तब मैं घबरा गया।

“मैं घबरा गया था”

प्रभु से गिड़गिड़ाकर यह विनती की

“मैं तेरे सामने मदद के लिऐ गिड़गिड़ाया”

प्रभु से

“मेरे प्रभू, तेरी ओर से”