hi_tn/psa/024/009.md

860 B

हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ!

“खुल जाओ, प्राचीन फाटको” या ”इन प्राचीन फाटकों को खोल दो”

अपने सिर ऊँचे करो।

यह अनिश्‍चित है के “सिर” फाटक का कौन सा खास हिस्‍सा है परन्तू‍, यह पूरे फाटक का प्रतीक है।

(सेला)

हो सकता है कि यह एक संगीतक‍ शब्‍द है जो लोगो को बताता है कि कैसे गाना और कैसे साज को बजाना है।