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सामान्‍य जानकारी:

अब लेखक बता रहा है कि कैसे परमेश्‍वर किसी ऐसे व्‍यक्‍ति की तरह है जो अपने घर में आये मेहमान का सवागत करता है और उसकी रक्षा करता है।

तू मेरे लिये मेज बिछाता है।

मेज पर्व को दर्शाता है क्‍योंकि लोग सारा भोजन मेज पे परोसतें है।

तू मेरे सतानेवालों के सामने।

“मेरे दुश्मनों की मौजुदगी में”

तूने मेरे सिर पर तेल मला है।

लोग कभी-कभी अपने मेहमानों के सम्‍मान के लिऐ उनके सर पर तेल डालते है।

मेरा कटोरा उमड़ रहा है।

“तूने मुझे बहुत सी आशिषें दी है”