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तू अपने दास को ढिठाई के पापों से भी बचाए रख

“कृप्या मेरी सहायता कर कि मैं ऐसे न करूँ“

अपने दास

दाऊद स्वयं को परमेश्‍वर का सेवक कहता है।

वह मुझ पर प्रभुता करने न पाएँ

पापों के बारे में बताया गया है कि वे एक राजा हैं जो किसी पर शासन कर सकते हैं। जैसे कि “मेरे पापों को एक राजा की तरह नहीं बनने दें जो मुझ पर शासन करता है

बड़े अपराधों से बचा रहूँगा

“कई पापों को करने के निर्दोष“।

मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करनेवाले, मेरे मुँह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान

सब कुछ एक व्यक्ति कहते हैं और सोचता है का वर्णन किया जाता है कि “बातें मैं कहता हूँ और बातें मैं के बारे में सोचते है“।

हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहणयोग्य हों

“आप के लिए सवागत किया गया”।

तेरे सम्मुख

यहाँ “आप के लिए“ परमेश्‍वर को दर्शाता है।

परमेश्‍वर, मेरी चट्टान

लेखक परमेश्‍वर की बात करता है जैसे कि वह एक चट्टान है कि एक चढ़ाई और अपने दुश्मनों से रक्षा की जा सकती थी। यहोवा मेरी चट्टान की तरह है।