यहाँ “वह” शब्द यहोवा को दर्शाता है।
उसके पैरों के नीचे घना अंधेरा था।
यहाँ भजन लिखने वाला हवा से ऐसे बात करता है कि जैसे उसके एक सवर्गदूत के समान पंख हों।