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568 B

अपने संकट में

मै बहुत जरूरत मे था।

सने अपने मन्दिर* में से मेरी वाणी सुनी

यहाँ दाऊद कहता है कि “मैंने यहोवा से प्रार्थना की”।

उसके कानों में पड़ी

यहाँ दाऊद कहता है कि मै मदद के लिए रो पड़ा। “उसने मेरी दुहाई को सुना”।