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सामानय जानकारी

आयत 17 में नीतिवचन की किताब के एक नए भाग का परिचय शुरू किया गया है।(22:20)

अपना हृदय शिक्षा की ओर

यह एक मुहावरा है।आयत 17 में नीतिवचन की किताब के एक नए भाग का परिचय शुरू किया गया है।(22:17) यदि “समझने और याद रखने के लिए अपना सर्वश्रष्ठ मत करो“।

शिक्षा

“जब लौग तुम्हें सही करते है तो वे कया कहते है और कया करते है”।

कान ज्ञान

ध्यान से सुनो।

ज्ञान की बातों

“जब में बताओं कि मैं कया जानता हुँ”।