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ऐसा भी मार्ग है, जो मनुष्य को सीधा जान पड़ता है,

लेखक एक व्यक्ति के आचरण या व्यवहार की बात करता है जैसे कि यह व्यक्ति सड़क पर यात्रा कर रहा हो जैसे कि “एक व्यक्ति यह सोचता है कि वे जो कर रहा है सही कर रहां है”।

परन्तु उसके अन्त में मृत्यु ही मिलती है

शब्द “यह“ और “मार्ग” पिछली पक्त्ति में दर्शाया गया है।यह “मार्ग” मृतयृ के रास्ते पर जाता है।

परिश्रमी की लालसा उसके लिये परिश्रम करती है,

लेखक भूख की बात करता है जैसे कि यह एक व्यक्ति है जो मजदूर की ओर से काम करता है। इसका अर्थ यह है कि जो व्यक्ति परिश्रम करता है वह खाने की इच्छा से प्रेरित होता है। जैसे कि "श्रमिक अपनी भूख को संतुष्ट करने के लिए काम करता है“।

उसकी भूख तो उसको उभारती रहती है।

लेखक "भूख" की बात करता है कि अगर यह एक व्यक्ति है जो काम जारी रखने के लिए मजदूर से विनती करता है जैसे कि "वह काम करता रहता है क्योंकि वह भूखा है“।