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मन की युक्ति मनुष्य के वश में रहती है

यहाँ “मन” शब्द व्यक्ति के मन ओर विचारौं को दर्शाता है जैसे कि “एक व्यक्ति मन में योजना बनाता है”।

मुँह से कहना यहोवा की ओर से होता है।

यहोवा एक व्यक्ति की योजना है, जिसका अर्थ है कि यहोवा उस व्यक्ति की योजनाओं के परिणाम निर्धारित करता है जो वे बोलता है।

मुँह से कहना

“वह उत्तर देता है”।

मनुष्य का सारा चालचलन अपनी दृष्टि में पवित्र ठहरता है

“आँखे” शब्द जिस तरह से एक व्यक्ति सही और गलत के बारे में सोचता है। जो लेखक एक व्यक्ति के रूप में उस व्यक्ति को एक रास्ते पर चलने की बात करता है जैसे कि "एक व्यक्ति सोचता है कि वह जो कुछ भी करता है वह शुद्ध है।

यहोवा मन को तौलता है

यहाँ “आत्मा” शब्द लोगों की इच्छाओं और इरादों को दर्शाता है। लेखक यहोवा की बढ़ती और एक व्यक्ति की इच्छाओं और इरादों को पहचानने की बात की बात करता है कि अगर वह उस व्यक्ति मन को तौलता है जैसे “यहोवा व्यक्ति के उद्देश्यों का न्याय करता है”।