hi_tn/pro/15/13.md

1.4 KiB

मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है

यहाँ “मन” शब्द व्यक्ति को दर्शाता है जैसे कि “जब व्यक्ति खुश होता है, तो उसका मुख भी हसमुख होता है“।

आत्मा निराश होती है

लेखक एक व्यक्ति को हतोत्साहित करता हैकि यदि उसकी आत्मा एक व्यक्ति को कुचलने की बात करती है जैसे कि “एक व्यक्ति को हतोत्साहित करने की बात करती है”।

समझनेवाले का मन

यहाँ “मन” शब्द मन और विचारों को दर्शाता हैजैसे कि “समझदार व्यक्ति का मन”।

मूर्ख लोग मूर्खता से पेट भरते हैं।

यहाँ “मुँह” शब्द व्यक्ति को दर्शाते है। लेखक मूर्खों की बात करता है जैसे कि “उन्होनें मुर्खतापुर्ण चीजें खाई हो“।