hi_tn/pro/05/20.md

2.0 KiB

हे मेरे पुत्र, तू व्यभिचारिणी पर क्यों मोहित हो, \q और पराई स्त्री को क्यों छाती से लगाए?

लेखक अपने बेटे को इन बातों को नहीं करने को कहता है जैसे कि “मेरे बेटे, एक कुलटा पर मोहित न हो! एक चरित्रहीण स्त्री को छाती से ना लगा”।

तू व्यभिचारिणी पर क्यों मोहित हो

"एक कुलटा तुम्हें मोहित करने के लिए अनुमति दें रही है”।

पराई स्त्री को क्यों छाती से लगाए

यहाँ “स्तन” शब्द चरित्रहीण औरत और उसके यौन आकर्षण को दर्शाता है। कि “क्यों तुम एक चरित्रहीण महिला को गले लगाना चाहते हो"।

चरित्रहीण महिला

“वे औरत जो तुम्हारी पत्नि नहीं है”।

सभी कुछ देखता… मार्ग यहोवा की दृष्टि से छिपे नहीं हैं

इन दोनो वाकयांशों का एक ही मतलब है कि परमेश्‍वर सब कुछ जानता है कि कौन कया कर रहा है।

सब मार्गों पर ध्यान करता है

लेखक व्यक्ति के कार्य और जीवनशैली की बात करता हदै कि यदि वे किसी एक मार्ग पर चलता है जैसे कि “वे जो कुछ भी करता है”।