hi_tn/pro/02/14.md

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आनन्दित होते

“वे” लोगों को दर्शाता है

उलट फेर की बातों में मगन रहते हैं

“वे जो जानते है उसे करने में खुशी है”।

जिनके चालचलन टेढ़े-मेढ़े

जो लोग दूसरों से झूठ बोलते हैं, उन्हें ऐसे बताया जाता है मानो वे टेढ़े-मेढ़े रास्ते पर चलते हैं जैसे कि "वे अन्य लोगों को धोखा देते है"।

और जिनके मार्ग में कुटिलता हैं।

लोग झूठ बोल रहे हैं ताकि दूसरों को पता नहीं चले कि उन्होंने क्या किया था, जैसे कि उन्होंने एक मार्ग पर पटरियों को ढ़क दिया ताकि कोई भी उनका पीछा न कर सके जैसे कि "और वे झूठ बोलते है ताकि किसी को भी पता चल सके कि उन्होने क्या किया है“।