hi_tn/num/30/13.md

1.4 KiB

कोई भी मन्नत या शपथ… उसको उसका पति चाहे तो दृढ़ करे, और चाहे तो तोड़े

यह स्‍पष्‍ट रूप में कहा जा सकता है कि स्त्री का पति चाहे तो

वाचा बाँधी हो

यहाँ मूसा एक औरत के वादे की बात करता है कि उसने खुद कों बाँधा है कि मैं अगर यह शारीरिक रूप से उसके शरीर को शरीरक रूप से बाँधना "कि वह इस के लिए प्रतिबद्ध है“।

मन्नतें बन्धनों

मूसा एक औरत के वादों के बार में कहता है कि वे वादों में शरीरक रूप में बाँधी हुई है जैसे कि “वादे”।

क्योंकि सुनने के दिन उसने कुछ नहीं कहा

यह स्‍पष्‍ट जानकारी समझने के लिए है कि “कयोंकि उसने उनके बारे में कुछ नहीं कहा”।