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502 B

अमालेक पर दृष्टि करके

यहाँ “अमेलेक“ लोगों को दर्शाता है। यह बालम की द्रष्टि में अमेलेक की जाति दिशा को देखने में बदल रहा है।

उसका अन्त विनाश ही है।

यहाँ अमेलेकिया के बारे में बात की जाती है।