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जोड़ने वाला वाक्‍य:

परमेश्‍वर हारूम से बात करना जारी रखता है।

अपनी-अपनी माँ के पहलौठे हों

इन दोनों वाक्यांशों में एक ही बात की जाती है कि “हर पहलौठा पुरुष”।

पहलौठों को दाम लेकर छोड़ देना।

लोगों को अपने पहलौठे बेटों की बलि देने की बजाय,याजक को अपने बेटों के लिए भुगतान करना पड़ा।

जिन्हें छुड़ाना हो, जब वे महीने भर के हों तब उनके लिये अपने ठहराए हुए मोल के अनुसार

यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि ”लोगौ को उन्हें तब खरीदनबा चाहिए जब वह एक महीने पुराने हो जाते है”।

जब वे महीने भर के हों तब उनके लिये अपने ठहराए

यह केवल पहलौठे मनुष्यों को वापस खरीदा जाना चाहिए और नहीं पहलौठे अशुद्ध जानवरों के लिए दर्शाता है।

पाँच शेकेल… बीस गेरा के

यदि यह आधुनिक वजन इकाइयों का उपयोग करने के लिए आवश्यक है, यहाँ यह करने के दो तरीके हैं जैसे कि "चाँदी के पांच टुकड़े ... जिनमें से प्रत्येक के बराबर होती है दस ग्राम“।

पाँच शेकेल

एक शेकेल वजन की एक इकाई है। कि “चांदी के पांच शेकेल“।

पवित्रस्थान शेकेल

वहाँ अलग अलग वजन के शेकेल थे। यह एक लोगों को पवित्र तम्बू के पवित्रस्थान में इस्तेमाल किया जाता है। इसका वजन बीस गेरा का था, जो लगभग 11 ग्राम था।