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अपराध का क्षमा करनेवाला है,

“वह निक्ष्‍चित रूप से दोषी लोगों को स्पष्ट नहीं होगा“। लोगों के पाप दूर कर-कर उन्हें दंडित होने से बचाने के लिए एक रूपक है। परमेश्‍वर दोषी लोगों के पाप को दूर नहीं करेगा।जैसे कि "वह हमेशा दोषी को सजा देगा"।

वह दोषी को किसी प्रकार से निर्दोष न ठहराएगा, और पूर्वजों के अधर्म का दण्ड

लोगों को दंडित करने की बात इस तरह की जाती है जैसे दंड एक ऐसी वस्तु है जिसे लेकर लोगों पर रखा जा सकता है। जैसे कि "जब वह दोषी लोगों के पापों के लिए दोषी लोगों के वंशजों को सज़ा देता है"।