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811 B

माँस उनके मुँह ही में था, और वे उसे खाने न पाए थे

इन दो वाक्‍यांशो का सामान अर्थ है कि परमेश्‍वर ने उन्‍हें उसी समय सजा दी, वह तब भी माँस खा रहे थे।

उस स्थान का नाम किब्रोतहत्तावा पड़ा,

यह स्‍पष्‍ट रुप में कहा जा सकता है कि “उन्‍होनें स्‍थान का नाम किब्रोतहत्तावा रखा”।

हसेरोत

यह रेगिस्तान में एक जगह का नाम है।